shiv chalisa in hindi No Further a Mystery
shiv chalisa in hindi No Further a Mystery
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सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
त्राहि त्राहि मैं नाथ पुकारो। येहि अवसर मोहि आन उबारो॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पार होत है शम्भु सहाई॥
कार्तिक श्याम और गणराऊ। या छवि को कहि जात न काऊ॥
त्रिपुरासुर सन युद्ध मचाई। सबहिं कृपा कर लीन बचाई॥
धन निर्धन को देत सदा हीं। जो कोई जांचे सो फल पाहीं॥
जय जय जय अनंत अविनाशी। करत कृपा सब के घटवासी॥
कठिन भक्ति देखी प्रभु शंकर। भए प्रसन्न दिए इच्छित वर॥
अस्तुति केहि विधि करौं तुम्हारी। क्षमहु नाथ अब चूक हमारी॥
सहस कमल में हो रहे धारी। कीन्ह परीक्षा तबहिं पुरारी॥
आप more info जलंधर असुर संहारा। सुयश तुम्हार विदित संसारा॥
जो यह पाठ करे मन लाई। ता पर होत है शम्भु सहाई॥
त्रिगुणस्वामी जी की आरति जो कोइ नर गावे ।
सुबह सुबह ले शिव Shiv chaisa का नाम, कर ले बन्दे ये शुभ काम